Baccho ka Aadhar Card Kaise Banaye Online: आज के डिजिटल युग में आधार कार्ड हमारी पहचान का सबसे ज़रूरी दस्तावेज़ बन गया है। चाहे सरकारी योजनाओं का लाभ लेना हो, स्कूल में एडमिशन कराना हो या फिर किसी भी सरकारी दस्तावेज़ में बच्चे की पहचान जोड़नी हो – बच्चों का आधार कार्ड बनवाना अब बेहद ज़रूरी हो गया है।
बहुत से माता-पिता अभी भी ये सोचते हैं कि छोटे बच्चों का आधार कार्ड बनवाने की ज़रूरत नहीं होती या फिर ये प्रक्रिया बहुत पेचीदा है। लेकिन सच्चाई यह है कि यह प्रक्रिया अब बेहद आसान हो गई है और इसे आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं।
आज हम इस लेख के ज़रिए विस्तार से समझते हैं कि बच्चों का आधार कार्ड कैसे बनवाएं, इसके लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए, कहां और कैसे बनता है, कैसे डाउनलोड कर सकते हैं और इस पूरे प्रोसेस से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात।
बच्चों का आधार कार्ड क्या होता है?
जैसे बड़ों के लिए आधार कार्ड होता है, उसी तरह बच्चों के लिए भी एक यूनिक आइडेंटिटी नंबर जारी किया जाता है। बच्चों का आधार कार्ड 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होता है, जो यूआईडीएआई (UIDAI) यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी किया जाता है।
5 साल से छोटे बच्चों के आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डिटेल्स नहीं ली जातीं – यानी फिंगरप्रिंट या आई स्कैन नहीं होता, बल्कि माता-पिता के दस्तावेज़ों और बच्चे की फोटो के आधार पर यह बनाया जाता है।
जब बच्चा 5 साल का हो जाता है, तो आधार कार्ड में पहली बार बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट की जाती हैं और फिर 15 साल की उम्र में एक बार फिर से बायोमेट्रिक अपडेट करवाना पड़ता है। इसलिए इसे बायोमेट्रिक अपडेट शेड्यूल भी कहा जाता है।
बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए दस्तावेज़
बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए ज्यादा झंझट नहीं है। आपको कुछ ही बुनियादी दस्तावेज़ों की जरूरत होती है, जिनमें से अधिकांश हर माता-पिता के पास पहले से होते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़:
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
यह सबसे जरूरी दस्तावेज़ है, जिससे बच्चे की उम्र और पहचान की पुष्टि होती है।माता या पिता का आधार कार्ड
माता-पिता में से किसी एक का आधार कार्ड देना जरूरी होता है, ताकि बच्चे को उनसे जोड़ा जा सके।पासपोर्ट साइज फोटो
5 साल से छोटे बच्चों के लिए सिर्फ फोटो की जरूरत होती है।पते का प्रमाण (Address Proof)
माता-पिता के आधार में दिया गया पता अपने आप ही बच्चे के आधार में दर्ज होता है।
बच्चों का आधार कार्ड कहां बनवाया जाता है?
बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आप अपने नज़दीकी आधार एनरोलमेंट सेंटर जा सकते हैं। ये सेंटर पोस्ट ऑफिस, बैंक, या फिर कुछ सरकारी दफ्तरों में होते हैं। UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप अपने नजदीकी आधार सेंटर की लोकेशन आसानी से पता कर सकते हैं।
जब आप सेंटर पर जाते हैं, तो वहां एक फॉर्म भरवाया जाता है जिसमें बच्चे की जानकारी, माता-पिता की डिटेल्स और बाकी दस्तावेज़ मांगे जाते हैं। अगर बच्चा 5 साल से बड़ा है, तो वहां उसका फिंगरप्रिंट और फोटो भी लिया जाएगा।
बच्चों का आधार कार्ड ऑनलाइन कैसे बनवाएं? (Baccho ka Aadhar Card Kaise Banaye Online?)
अब बात करते हैं सबसे जरूरी सवाल की – बच्चों का आधार कार्ड ऑनलाइन कैसे बनवाएं? (Baccho ka Aadhar Card Kaise Banaye Online) दरअसल, पूरी प्रोसेस 100% ऑनलाइन नहीं है, लेकिन आप ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक करके, समय बचा सकते हैं और सेंटर पर जाकर आसानी से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने के स्टेप्स:
UIDAI की वेबसाइट (https://uidai.gov.in) पर जाएं।
“My Aadhaar” सेक्शन में जाकर “Book an Appointment” पर क्लिक करें।
अपने शहर या राज्य का चयन करें।
बच्चे का नाम, माता-पिता की जानकारी और अन्य विवरण भरें।
अपॉइंटमेंट के लिए समय और तारीख चुनें।
सबमिट करें और कंफर्मेशन पेज का प्रिंट निकाल लें।
सेंटर पर जाकर सिर्फ डॉक्युमेंट दिखाने और बच्चे की फोटो/बायोमेट्रिक डिटेल्स देने की जरूरत होगी। इससे वेटिंग टाइम काफी कम हो जाता है।
बच्चों का आधार कार्ड डाउनलोड कैसे करें?
एक बार जब बच्चे का आधार कार्ड बन जाता है, तो आपको एक एसएमएस या ईमेल के ज़रिए सूचना मिलती है कि उसका आधार नंबर जनरेट हो गया है। इसके बाद आप e-Aadhaar डाउनलोड कर सकते हैं।
डाउनलोड करने के स्टेप्स:
UIDAI की वेबसाइट पर जाएं।
“Download Aadhaar” सेक्शन पर क्लिक करें।
आधार नंबर, एनरोलमेंट आईडी या वर्चुअल ID में से कोई एक दर्ज करें।
नीचे दी गई कैप्चा एंटर करें और OTP के लिए आगे बढ़ें।
रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आया OTP डालें और e-Aadhaar PDF डाउनलोड करें।
इस PDF को आप पासवर्ड से खोल सकते हैं। पासवर्ड आमतौर पर बच्चे के नाम के पहले चार अक्षर (कैपिटल लेटर में) + जन्म का साल होता है।
आधार कार्ड में बच्चे की डिटेल्स कब अपडेट होती हैं?
जैसा कि हमने पहले बताया, छोटे बच्चों के आधार कार्ड में शुरुआत में सिर्फ फोटो और माता-पिता की डिटेल होती है। लेकिन जैसे ही बच्चा 5 साल का होता है, तब एक बार उसका बायोमेट्रिक अपडेट करना जरूरी हो जाता है। इसी तरह 15 साल की उम्र में भी बायोमेट्रिक फिर से अपडेट किया जाता है, ताकि उम्र के साथ होने वाले बदलावों को सही ढंग से रिकॉर्ड किया जा सके।
अगर आप ये अपडेट समय पर नहीं कराते हैं, तो भविष्य में कार्ड अमान्य भी हो सकता है या फिर कई जगहों पर पहचान में समस्या हो सकती है। इसलिए UIDAI समय-समय पर रिमाइंडर भेजता है।
आधार कार्ड अपडेट कैसे करें?
अगर बच्चे के आधार कार्ड में कोई गलती हो जाए – जैसे नाम की स्पेलिंग, जन्मतिथि, फोटो या माता-पिता की जानकारी – तो उसे आप आसानी से अपडेट करवा सकते हैं।
इसके लिए भी आपको नजदीकी आधार सेंटर जाना होगा। वहां पर एक अपडेट फॉर्म भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे। इसके बाद नई जानकारी दर्ज करके नया आधार जारी कर दिया जाएगा।
निष्कर्ष
आज के समय में बच्चे का आधार कार्ड होना उतना ही जरूरी है जितना कि बड़ों के लिए। स्कूल में एडमिशन से लेकर टीकाकरण रजिस्ट्रेशन, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर यात्रा के लिए टिकट बुकिंग तक – हर जगह आधार कार्ड एक ज़रूरी दस्तावेज़ बन गया है।
यह देखकर खुशी होती है कि सरकार ने इस प्रक्रिया को अब इतना सरल बना दिया है कि कोई भी माता-पिता अपने बच्चे का आधार कार्ड बहुत ही आसानी से बनवा सकते हैं – चाहे ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के जरिए या फिर सीधे आधार सेंटर जाकर। सबसे अच्छी बात यह है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई फीस नहीं ली जाती और उन्हें सिर्फ माता-पिता के दस्तावेज़ों की जरूरत होती है।